Modi: Thank you Varanasi.
Thank you Varanasi. No words will describe the affection you have showered today. Truly touched.
My coming to Varanasi is like a child going to his Mother. I have come to this divine land on the call of Ganga Mata. I am emotionally touched & moved to see the enthusiasm& hardwork of our Karyakartas. We are very proud of you all.
I thank the policemen and security forces who were there during the entire roadshow & nomination process http://nm4.in/1f6BVCK
April 24, 2014#Elections 2014#Kashi#NDA#Spiritual#Uttar Pradesh#Varanasi
Shri Narendra Modi filed his nomination papers from the Varanasi Lok Sabha Constituency in Uttar Pradesh
I am grateful to the people of Kashi for the affection. I bow to this land and the culture: Shri Modi in Varanasi
Akhilesh Yadav: Congress ought to help third Front in formation of government
सैफई (इटावा)। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कांग्रेस अगर वाकई में भाजपा जैसी साम्प्रदायिक पार्टी को रोकना चाहती है तो उसे चुनाव बाद केंद्र में बनने वाली तीसरे मोर्चे की सरकार के गठन में मदद करनी चाहिए। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वैसे तो तीसरे मोर्चे की सरकार के गठन में कोई समस्या नहीं आएगी क्योंकि देश के दो तिहाई से ज्यादा राज्यों में तीसरे दलों की जीत होने जा रही है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सबसे ज्यादा सीटें जीतेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कमजोरी की वजह से भाजपा देश में मजबूत हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने अपने पैतृक गांव सैफई में वोट डालने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि देश में केवल समाजवादी पार्टी ही भाजपा, आरएसएस और विश्व हिन्दू परिषद जैसी साम्प्रदायिक ताकतों से लड़ रही है। कांग्रेस ने तो साम्प्रदायिक शक्तियों के सामने हथियार डाल दिए हैं। कांग्रेस को देश के लोगों की जनभावनाओं को समझते हुए चुनाव बाद केंद्र में बनने वाली तीसरे मोर्चे की सरकार के गठन में मदद करनी चाहिए। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तीसरा मोर्चे में शामिल दल चुनाव में इतनी सीटें जीत लेंगें कि किसी और की मदद की जरूरत नहीं पड़ेगी।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि विकास का असली मॉडल उत्तर प्रदेश मॉडल है। इसीलिए सपा सरकार की नीतियां और कार्यक्रम लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं। हमें बहुत खुशी है कि कुछ राज्यों ने अपने यहां सपा सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को लोकतंत्र और देश के संविधान में यकीन नहीं है। भाजपा के नेता लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सपा की बहुमत वाली सरकार को बर्खास्त करने की धमकी दे रहे हैं। उन्हें शायद यह नहीं पता कि न तो भाजपा सत्ता में आएगी और न ही मोदी का पीएम बनने का सपना पूरा हो पाएगा।
(राजेन्द्र चौधरी)
प्रदेश प्रवक्ता
मुख्यमंत्री जी ने अपने पैतृक गांव सैफई में वोट डालने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि देश में केवल समाजवादी पार्टी ही भाजपा, आरएसएस और विश्व हिन्दू परिषद जैसी साम्प्रदायिक ताकतों से लड़ रही है। कांग्रेस ने तो साम्प्रदायिक शक्तियों के सामने हथियार डाल दिए हैं। कांग्रेस को देश के लोगों की जनभावनाओं को समझते हुए चुनाव बाद केंद्र में बनने वाली तीसरे मोर्चे की सरकार के गठन में मदद करनी चाहिए। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तीसरा मोर्चे में शामिल दल चुनाव में इतनी सीटें जीत लेंगें कि किसी और की मदद की जरूरत नहीं पड़ेगी।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि विकास का असली मॉडल उत्तर प्रदेश मॉडल है। इसीलिए सपा सरकार की नीतियां और कार्यक्रम लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं। हमें बहुत खुशी है कि कुछ राज्यों ने अपने यहां सपा सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को लोकतंत्र और देश के संविधान में यकीन नहीं है। भाजपा के नेता लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सपा की बहुमत वाली सरकार को बर्खास्त करने की धमकी दे रहे हैं। उन्हें शायद यह नहीं पता कि न तो भाजपा सत्ता में आएगी और न ही मोदी का पीएम बनने का सपना पूरा हो पाएगा।
(राजेन्द्र चौधरी)
प्रदेश प्रवक्ता
The Karnataka Farmers’ Movement (KRRS) in 1999’
Nehru Memorial Museum and Library
cordially invites you to a Seminar
at 3.00 pm on Friday, 25th April, 2014
in the Seminar Room, Library Building
on
‘Scaling up or Remaining Rooted?:
The Karnataka Farmers’ Movement (KRRS) in 1999’
by
Dr. Stig Toft Madsen
University of Copenhagen,
Denmark.
Abstract:
In the summer of 1999 about five hundred farmers from around the world went to Europe on a month-long Inter-Continental Caravan to protest the genetic engineering of crops and various icons of globalisation such as the World Trade Organisation. The Caravan was conceived by – among others – Professor M.D. Nanjundaswamy, the leader of the Karnataka Rajya Ryota Sangha (KRRS). His movement derived great mileage from critiquing globalization, but raising the stakes precipitated the virtual bifurcation of the KRRS in the aftermath of the Caravan.
Speaker:
Dr. Stig Toft Madsen is a Danish anthropologist cum sociologist who has worked extensively on South Asian political, legal, social and natural history. He is affiliated with NIAS – Nordic Institute of Asian Studies at the University of Copenhagen.
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